जैसे पूत पला वैसे पेड़ पलाजैसे पूत पला वैसे पेड़ पला

अवतार सिंह सैनी के बेटे को बेटा हुआ . अवतार सिंह जी श्री गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी अध्यक्ष भी हैं . बहुत से लोग बधाइयां  देने आ रहे थे .

तभी ढोलक की थाप सुनाई दी , घुंघरुओं की  खनक हवा में फ़ैल गई. लोगों की भीड़ घेरा बना कर खड़ी हो गई . घर घर बधाई देने वाले किन्नर मीनू और उनके साथियों ने संगीत और नाच से सब का मन मोह लिया . किन्नरों ने बच्चे को दुआ दी. अवतार सिंह के परिवार ने किन्नरों को भेंट देने लगे  

तभी मीनू ने कहा , “सरदार जी भेंट बाद में लेंगे . पहले हमारी एक शर्त !”

सिंह साहब का परिवार सहम सा गया – क्या कमी रह गई  ? न जाने क्या मांग ले ??

“ देखिये सिंह साहब , हमारी  प्रमुख रोजी  का आदेश है , जिस घर बधाई दो ,वहां एक पेड़ जरुर लगाओ . “सभी के चेहरे पर ख़ुशी दौड़ गई ”  

“ पौधा हम साथ लाये हैं . बस आप लोग गड्ढा खोदो, पानी लगाओ. संकल्प लो कि जैसे जैसे आपका लाल बाद होगा. आप भी  इस पेड़ की ऐसे ही देखभाल करेंगे .”

इस घटना को 11 साल हो गये , अवतार सिंह जी का पोता  पांच फूट लम्बाई का हो गया और उसके साथ लगा पेड़  दसियों फूट ऊँचा .

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के बाजपुर में  किन्नर समाज बधाई लेने से पहले ऐसे ही पेड़ लगवाता है