पाली के आस-पास नदियों में डाला जा रहा है गुजरात का एसिड
सुमेरपुर और पाली के पास नालों में एसिड बहाने की कई घटनाएं सामने आई
पाली. प्रदेश के कई शहरों में एसिड माफिया सक्रिय है। खतरनाक एसिड चोरी छिपे नदी नालों में बहाया जा रहा है। इससे मरुधरा बंजर हो रही हैं। हैरानी की बात यह है कि एसिड जैसे अत्यंत घातक पदार्थ के परिवहन और उपयोग के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। गुजरात के सीमावर्ती और टेक्सटाइल उद्योग वाले शहरों के आसपास ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही है।
बदनाम हो रहा पाली
इस करतूत का किसी को पता न चले, इसके लिए एसिड माफिया ने एक तरीका ढूंढा हैं। वे गुजरात व अन्य जगहों से लाकर यहां खाली जमीन, जलस्रोतों और खेतों के पास चोरी-छिपे खतरनाक एसिड से भरे टैंकर खाली कर जाते हैं।
वे टैंकर गुजरात से पाली तक सम्यक सफर तय करते है लेकिन उस बीच उनको किसी जगह पर रोककर जांच तक नहीं की जा रही। कई टैंकर चालक रात के अंधेरे में पुनायता औद्योगिक क्षेत्र में पुलिया पर से बांडी नदी में केमिकल गिरा देते हैं। इससे वहां का जल भी प्रदूषित हो रहा है।
पाली के निकट मंडिया गांव के पास चंद दिनों पहले डाला गया केमिकल।
निस्तारण के हैं कड़े नियम, नहीं होती पालना
एसिड का निस्तारण करने के लिए यूनिट तय होती है। वे यूनिट राशि पर इंडस्ट्री के एसिड व तय केमिकल का निस्तारण करती है। एसिड परिवहन के लिए प्रदूषण
नियंत्रण मण्डल की ओर से एक डायरी बनाई जाती है। जिसमे पूरा ब्यौरा होता है। केमिकल का प्रकार भी होता है। इसके निस्तारण की राशि भी अधिक होती है।
इस तरह होता है खेल
एसिड को लम्बा परिवहन नहीं किया जा सकता। ऐसे में गुजरात की कई जगहों से अवैध रूप से टैंकरों में भर दिया जाता है। वे टैंकर लेकर राजस्थान की तरफ आ जाते है और पाली व उसके आस-पास के क्षेत्रों में खाली कर लौट जाते हैं।
शहर के एक गैर औद्योगिक
भूखण्ड पर 20 सितम्बर को एक एसिड से भरा टैंकर खाली किया जा रहा था। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की टीम व पुलिस ने टैंकर जब्त किया। चालक ने टैंकर को गुजरात से यहां लाकर खाली करना बताया। टैंकर में खतरनाक व अम्लीय प्रकृति के रसायन थे।
परिवहन विभाग का बेतुका जवाब
हमारा कार्य वाहन की परमिट, आरसी, फिटनेस, लाइसेंस आदि का है। किस वाहन में क्या सामग्री आ रही है। मोटर व्हीकल ऑफेंस के अतिरिक्त अन्य हमारे क्षेत्र में नहीं है। यदि उसमे एसिड है तो प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को कार्रवाई करनी होगी।
अर्जुनसिंह राठौड़, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, पाली
शहर के निकट
मंडिया बाइपास के पास गिरादड़ा जाने वाले मार्ग पर रंगीन व बदबूदार पानी खाली कर दिया गया। वहां लगे पौधे उस एसिड से जल गए। जमीन काली हो गई। वह पानी मवेशी पी रहे थे। इससे पहले सुमेरपुर क्षेत्र में साण्डेराव के पास भी एसिड से भरा टैंकर खाली किया गया।
नाइट विजिलेंस टीम का गठन
गुजरात के टेंकर पाली लाकर खाली होने को लेकर हम सतर्क है। हमारी तरफ से निगरानी भी रखी जाती है। हमारी ओर से डे-नाइट विजीलेस टीम का भी गठन किया है। हमारी ओर से कुछ समय पहले ही एक रसायन से भरा टैंकर पकड़ा गया था।
साभार – patrika.com