जलवायु परिवर्तन ने बदल दिया ऋतुओं का मिजाजजलवायु परिवर्तन ने बदल दिया ऋतुओं का मिजाज

सर्दी, गर्मी और बारिश के समय में बदलाव से प्रकृति और इंसानों के जीवन पर असर

पृथ्वी पर जीवन का एक बड़ा हिस्सा ऋतुओं पर टिका होता है। पेड़-पौधों का विकास, पक्षियों का प्रवास और जानवरों का व्यवहार, सब कुछ मौसम के अनुसार बदलता है। यहां तक कि फसलें और पर्व भी इन्हीं ऋतुओं से जुड़े हैं।

जलवायु परिवर्तन और इंसानी गतिविधियों के कारण ये ऋतुचक्र तेजी से बदल रहे हैं । इसका असर सिर्फ मौसम पर नहीं, पूरी प्रकृति और इंसानों की जिंदगी पर पड़ रहा है । न्यूजीलैंड की कैंटरबरी यूनिवर्सिटी का यह शोध विज्ञान पत्रिका ‘साइंस’ में प्रकाशित हुआ । शोध के अनुसार, गर्मी-सर्दी और बारिश हर मौसम की अपनी खास भूमिका होती है पर अब ये समय पर नहीं आ रहे। समय से पहले पहाड़ों में बर्फ पिघल रही और जंगल कटने से बारिश भी वक्त पर नहीं हो रही। दरअसल, जलवायु परिवर्तन पर बात करते समय सिर्फ तापमान, बारिश, बाढ़ जैसे घटनाक्रमों पर ध्यान दिया जाता रहा है।

भूरा नहीं हो रहा ‘स्नो रैबिट’ : अध्ययन के मुताबिक, पेड़-पौधे और जानवर लाखों साल से ऋतुओं के हिसाब से खुद को ढालते हैं। अब मौसम तेजी से बदल रहा है, जिससे इन्हें परेशानी हो रही है।

2. मानव स्वास्थ्य : गर्मियों की अवधि लंबी

असर: बीमारियों और मृत्युदर में बढ़ोतरी, स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव

3. कृषि : फसलों की बुवाई और कटाई का समय बदला

असर: उपज में गिरावट, कीट प्रकोप बढ़ने का खतरा, सिंचाई समय पर नहीं

4. जंगल की आग : सूखी और गर्म ऋतुएं लंबी हो रही

असर: जंगल में आग लगने की घटनाएं अधिक हो रहीं, तीव्रता बढ़ी

5. जैव विविधता : 10 हजार प्रजातियां प्रभावित

असर: विलुप्ति का खतरा बढ़ा, तेजी से पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ रहा

6. कीट-पतंग वसंत में जैविक गतिविधियों में तेजी असर: प्रवासी पक्षियों और परागण करने वाले कीड़ों के जीवन चक्र में बदलाव

7. समुद्री जीवन: महासागर के अंदर रोशनी घटी

असर: समुद्री खाद्य श्रृंखला और ऑक्सीजन उत्पादन के लिए जरूरी है रोशनी

8. जानवरों की प्रजनन गतिविधियां : प्रजनन चक्र में आई गड़बड़ी

असर: बच्चों के जीवित रहने की दर घट रही

9. पेड़-पौधे : वसंत पहले और पतझड़ में देरी

असर: पौधों की बढ़ने की अवधि 50 वर्षों में लगभग एक महीने बढ़ी

टल रहा ऋतुओं का समय

खतरे में घरती

वसंत : 15 दिन पहले आ रहा

पतझड़ : 15 दिन देर से शुरू हो रहा

गर्मी : 5-10 दिन बढ़ी औसतन, कुछ क्षेत्रों में इससे ज्यादा

सर्दी : अवधि घटी, बर्फबारी कम, बर्फ जल्दी पिघलने लगी

मानसून : अनिश्चित हुआ, कभी बहुत तेज बारिश तो कभी सूखा

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