हिंडन जल बिरादरी
इंसान के लालच, लापरवाही ने हिंडन को ‘हिडन’ बना दिया है लेकिन जब नदी अपना रौद्र रूप दिखाती है तब मानव जाति के पास बचाव के कोई रास्ते नहीं हैं। एक बात और सरकार भले ही यमुना के प्रदुषण निवारण की बडी-बडी योजनाएं बनाए, गाज़ियाबाद और नोयडा की जल समस्या का निराकरण भूजल या गंग-नहर से पानी लाने में तलाशे , यदि हिंडन के वर्तमान विस्तार स्वरुप से अतिक्रमण हटाने और कारखानों व शहरी नालों की गंदगी के नाले रोक दिए जाएँ तो यमुना भी साफ़ होगी, लोगों को साफ़ जल भी मिलेगा, भूजल स्तर सुधरेगा और साथ ही कम लागत का अजल परिवहन मार्ग भी होगा इंसान के लालच, लापरवाही ने हिंडन को ‘हिडन’ बना दिया है लेकिन जब नदी अपना रौद्र रूप दिखाती है तब मानव जाति के पास बचाव के कोई रास्ते नहीं हैं।
एक बात और सरकार भले ही यमुना के प्रदुषण निवारण की बडी-बडी योजनाएं बनाए, गाज़ियाबाद और नोयडा की जल समस्या का निराकरण भूजल या गंग-नहर से पानी लाने में तलाशे , यदि हिंडन के वर्तमान विस्तार स्वरुप से अतिक्रमण हटाने और कारखानों व शहरी नालों की गंदगी के नाले रोक दिए जाएँ तो यमुना भी साफ़ होगी, लोगों को साफ़ जल भी मिलेगा, भूजल स्तर सुधरेगा और साथ ही कम लागत का जल परिवहन मार्ग भी होगा । इस दिशा में हिंडन जल बिरादरी द्वारा तैयार योजना