अब मडुआ से बन सकेंगे मूल्यवर्धित उत्पाद
पंत विवि ने मडुआ की बाहरी परत हटाने के लिए विकसित किया यंत्र, पेटेंट भी हासिल औषधीय गुणों से भरपूर…
प्रदूषण कम करने के नाम पर शायद सबसे बड़ा काम आगरा शहर में चलने वाले डीजल के टेम्पो को हरे रंग से पोतने का किया गया है!
पंकज चतुर्वेदी ताजमहल के मंदिर होने का दावा समय-समय पर किया जाता रहा है, हालांकि इस बारे में अबतक कोई…
बेमौसम बस्ती में क्यों आ रहा है तेंदुआ ?
पंकज चतुर्वेदी ऐसा कहा जाता है कि बरसात के मौसम में जंगल में मंगल होता है । घने वन झूमते…
खेती पर खड़ा है जलवायु परिवर्तन का खतरा
पंकज चतुर्वेदी जलवायु परिवर्तन की अंतर सरकारी समिति( आईपीसीसी ) की ‘जलवायु परिवर्तन 2022 के प्रभाव ’ पर ताजा रिपोर्ट…
बाढ़, फैलाव और अविरलता से ही निर्मल होगी दिल्ली में यमुना
पंकज चतुर्वेदी दिल्ली में पूर्वाञ्चल प्रवासी छठ पर्व की तैयारी के लिए जब यमुना के तट पर गए तो वहाँ…
प्रदेश में सक्रिय एसिड माफिया मरुधरा को बना रहा बंजर, जिम्मेदार मौन
पाली के आस-पास नदियों में डाला जा रहा है गुजरात का एसिड सुमेरपुर और पाली के पास नालों में एसिड…
संरक्षणः नदियों पर अतिक्रमण से देश की जल सुरक्षा खतरे में…
हाईकोर्ट ने लिया प्रसंज्ञान, बोला… ऐसे तो कैप्सूल में ही दिखेगा पानी राज्य में सीएस और जिले में कलक्टर की…
कब सुधरेगी हवा की गुणवत्ता ?
रोहित कौशिक दिल्ली-एनसीआर में दीपावली से पहले वायु की गुणवत्ता खराब होने के कारण एक बार फिर प्रदूषण का खतरा…
यमुनाऔरअन्य नदियों की दुर्गति क्यों ?
रोहित कौशिक दिल्ली में एक बार फिर युमना नदी में जहरीले झाग की सफेद चादर देखी गई है। हर साल…
कचरे के खतरे से आगाह करती सुश्री अलमित्रा पटेल
यहाँ –वहन- हर तरफ कचरा . यदि आज के जमाने का दैत्य कहें तो कम नहीं होगा . पालतू जानवर…
कहीं डायनासौर की तरह गुम न हो जाऊं !
मैं भी जल की रानी हूँ जीवन मेरा भी पानी है हाथ लगाओ तो — आप ही डर जाओगे बाहर…
नदियों के किनारे कब्जा किनका….
अखबार में ये ऐसे समाचार दिखे जो पर्यावरण के क्षेत्र में सुखद अनुभूति देते हैं । क्या आपके आसपास भी…
गोबर के दाम पाँच वर्ष में हो गए दोगुने, खेती की लागत बढ़ी
अखबारों में ये ऐसे समाचार दिखे जो पर्यावरण के क्षेत्र में सुखद अनुभूति देते हैं । क्या आपके आसपास भी…
“ईश्वर” बताएगा पानीदार सोते-झरने का हाल
उत्तराखंड में सदियों से लोगों की प्यास बुझाते प्राकृतिक जल स्रोत अब खुद प्यासे हो रहे हैं. पहाड़ों से निकलकर…